देवासी समाज महाकुंभ को लेकर तैयारी जोरों पर
विधानसभा चुनाव से पहले देवासी समाज की हुंकार
Dewasi Samaj Mahakumbh | Jodhpur
आगामी 27 अगस्त को देवासी समाज महाकुंभ का आयोजन जोधपुर में स्तिथि रावण का चबूतरा मैदान में आयोजित किया जायेगा। जिसको लेकर 9 जुलाई को जोधपुर राईका छात्रावास में समाज कि मीटिंग हुई, और निर्णय लिया गया। जिसमें सभी को अलग-अलग कार्यभार एवं जिम्मेदारियां सौंपी गयी। समाज के युवा इस महाकुंभ को सफल बनाने के लिए गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। महाकुंभ को लेकर तहसील स्तर पर मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है। देवासी महाकुंभ लेकर समाज के लोगों में काफ़ी उत्साह है, आंकड़े लगाए जा रहे है कि 2 लाख देवासी समाज के लोग महाकुंभ में शामिल होंगे। महाकुंभ को लेकर समाज के दिग्गज नेता एवं समाजसेवी, कार्यकर्ता और व्यपारी वर्ग भी स्टार प्रचारक के रूप में कार्य कर रहे है।
विधानसभा चुनाव से पहले देवासी महाकुंभ
रबारी समाज बहुमूल्य क्षेत्र पाली, जोधपुर, सिरोही, जालौर, बाड़मेर, नागौर, अजमेर, जैसलमेर, उदयपुर इत्यादि जिलों में देवासी समाज की आबादी 15 लाख से अधिक है, सम्पूर्ण राजस्थान में देवासी रबारी राईका समाज की जनसंख्या 25 से 30 लाख है। देवासी समाज का आरोप है कि इतना वोट होने के बावजूद भी उन्हें सरकार में हिस्सेदारी नहीं दी गयी है तथा उनका कहना है कि आजादी के 75 वर्षो बाद भी समाज से एक भी प्रतिनिधि संसद में नहीं है। समाज के लोगों की मांग है कि जिस विधानसभा में समाज की संख्या अधिक है, वहां का प्रत्यासी देवासी समाज का व्यक्ति हो और उसे टिकिट मिले तांकि वह हमारी बात को अच्छी तरह से उठा पाए।
देवासी महाकुंभ के प्रमुख एजेंडे
1. देवासी समाज को सशक्त बनाना और समाज में सामाजिक एकजुटता कायम करना।
2. एमबीसी आरक्षण को संविधान की नौवीं सूची में शामिल करने के लिए रणनीति तैयार करना।
3. सामाजिक कुरीतियां जैसे मुत्युभोज, बाल विवाह, दहेज प्रथा समाप्त करने के लिए सकारात्मक सोच विकसित करना।
4. छात्र / छात्राओं के शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए मंथन करना।
5. रोजगार प्राप्त करने में मदद हेतु समाज के शिक्षा के शिक्षाविदों, विचारकों, बुद्धिजीवियों एवं विद्वानों को शामिल कर थिंक टैंक तैयार करना।
6. जिलेवार/ तहसीलवार देवासी समाज छात्रावासों का निर्माण करवाना। (ii) खेल-कूद में उभरते छात्र/छात्राओं को प्रोत्साहित करना व आर्थिक सहयोग करना।
7. नए निष्क्रमणीय पशुपालक राजकीय आवासीय विद्यालय खोलने की मांग।
8. पशुपालकों के हितो की रक्षा तथा योजनाओं पर चर्चा।
9. समाज की गौरवशाली सांस्कृतिक धरोहरों के लिए विकास एवं संरक्षण का कार्य करना तथा समाज के महापुरुषों के योगदान/ ऐतिहासिक कार्यो के लिए पैनोरमा का निर्माण करवाना।
10. पशु कल्याण बोर्ड पर समाज के ही व्यक्ति की नियुक्ति।
11. ऊंटनी के दूध एवं भेड़ की ऊन पर पर उचित मूल्य मिले।
12. चारागह और जंगल भूमि पर चराई के लिए रोक हटे और उन्हें पशुपालकों के लिए करमुक्त किया जाये।
13. ऊँटो लिए ऊंटशाला की मांग।
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