मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पशुपालकों के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी:
1. मुख्यमंत्री पशुपालन विकास कोष: 250 करोड़ रुपए की राशि से इस कोष का गठन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य पशुपालन के क्षेत्र में विकास और संवर्द्धन को बढ़ावा देना है।
2.अनुदान राशि में वृद्धि: दुधारू पशुओं के नस्ल विकास और नर गौवंश की समस्याओं के समाधान के लिए अनुदान राशि को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया जाएगा।
3. पशु चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार: राज्य में 125 नए पशु चिकित्सकों और 525 पशुधन सहायकों के पदों की सृजन की जाएगी, और ग्राम पंचायतों में 500 नए पशु चिकित्सा उपकेन्द्र खोले जाएंगे।
अब राजस्थान में ऊंट पालकों को मिलेंगे 20 हजार रुपये
ऊँटनी के बच्चे के अनुदान की वृद्धि: पहले 10,000 रुपये अनुदान मिलने की योजना को बढ़ाकर 20,000 रुपये कर दिया गया है।
आवासीय विद्यालय की स्थापना: पिंडवाडा, सुमेरपुर और बाली में एक आवासीय विद्यालय की स्थापना की योजना है।
श्री ओटारामजी देवासी का मंत्री पद: श्री ओटारामजी देवासी को ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री बनाया गया है।
भेडपालकों की समस्या: मालवा क्षेत्र में भेडपालकों की समस्याओं के समाधान के लिए अनुदान की योजना बनाई गई है। निजी तौर पर रेबारी राईका समाज द्वारा गौपालन कर रहे घुमंतू गौपालकों को गौशाला की तर्ज़ पर अनुदान मिलने की संभावना है।
जोधपुर रेलवे स्टेशन के नाम में सुधार: जोधपुर राईका बाग रेलवे स्टेशन के नाम में त्रुटि सुधार के लिए ध्यान आकर्षित किया गया और एक ज्ञापन दिया गया।
मुख्यमंत्री का आश्वासन: आदरणीय मुख्यमंत्रीजी ने समाज के सभी कार्यों में सहयोग का आश्वासन दिया है।
कार्यक्रम में जोधपुर संभाग से हजारों देवासी समाज बंधु भी उपस्थित थे।
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