बेटियों ने बढ़ाया समाज का गौरव
रबारी समाज की बेटियां भी नहीं किसी से पीछे
देवासी समाज की बेटियों ने साबित कर दिखाया की वो किसी से पिछे नही है, देवासी समाज में जन्मी कविता देवासी पुत्री श्री गोदाराम जी भोंकू निवासी रानीवाड़ा जिला-जालोर की बेटि ने डॉक्टर बनकर समाज का नाम स्वर्ण अक्षर से लिख दिया।हमारे समाज के लिए बड़ी उपलब्धि और गर्व की बात है, कविता देवासी समाज से चयनित पहली महिला डॉक्टर होगी।
इसी प्रकार देवासी समाज की एक और बिटिया सीमारानी रेबारी पुत्री श्री मदनलाल जी बार निवासी अयालकी जिला फतीयाबाद (हरियाणा) ने साइकिलिंग रेस में गोल्ड मेडल और सिल्वर मेडल जीतकर समाज और देश का नाम रोशन किया है, समाज की इस होनहार बिटिया ने इससे पहले अनेक मेडल जीत कर समाज को गोरविंत किया है। अभी हाल ही में हरियाणा के माननीय मुख्य मंत्री श्री मनोहरलाल जी खट्टर ने तिन लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र देकर सीमारानी रेबारी को सम्मानित किया है। इससे पहले सीमारानी को अखिल भारतीय रबारी राईका समाज सेवा संस्थान के अध्यक्ष और हमारे समाज के माननीय गोपालन मंत्री जी श्री ओटाराम जी देवासी ने 51000 रुपये देकरसम्मानित कर चुके है।
- सामान्य घरों की दो बेटियां, बनी देवासी समाज की पहली डॉक्टर
- 55 फीट गहरे कुएं में कूद मासूम ने 'ईश्वर' को बचाया
आवर्ड देते राज्य मंत्री ओटाराम देवासी |
डॉक्टर कविता देवासी और सीमारानी के परिवार को अखिल भारतीय रबारी (राईका) समाज सेवा संस्थान (रजि.) की और से हार्दिक अभिनन्दन एवम् बहुत-बहुत बधाई।
विद्या को ऐसा धन कहा जाता है जिसे कोई भी चुरा नहीं सकता
क्योंकि ज्ञान होने पर व्यक्ति न सिर्फ धन का अर्जन कर सकता है, बल्कि समाज
में अपनी प्रतिष्ठा भी बना सकता है। देश की समृद्धि में अपना योगदान दे
सकता है। इसलिए गरीब हो या अमीर हर माता-पिता का सपना होता है, कि उनका
बच्चा खूब पढ़े और उनका नाम रोशन करे।
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