UNTANI KA DOODH BHI KHAADY ADHINIYAM ME HOGA SHAAMIL
राज्य सरकार शीघ्र ही ऊंटनी के दूध को फूड एक्ट में शामिल करेगी। सरकार ने पशुओं के लिए बीमा योजना चालू की है। शीघ्र ही किसान को जारी किए जाने वाले क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर पशुपालकों को भी पशु क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे। यह कार्ड सिर्फ बीमा धारक पशुओं को ही जारी होंगे। लिहाजा क्रेडिट कार्ड से पहले पशुपालकों को अपने जानवरों का बीमा कराना जरूरी होगा।
उन्होंने बताया कि समूह में दूसरे प्रदेशों में जाने वाले भेड़ पालकों की सुरक्षा के लिये प्रत्येक डेरे के साथ एक सुरक्षा गार्ड दो पुलिस जवान उपलब्ध कराने पर भी विचार किया जा रहा है। राजस्थान से यूपी, गुजराज, पंजाब सहित अन्य प्रांतों में पलायन करने वाले पशुपालकों को जंगलों में चराई के बदले वन विभाग द्वारा हर जगह अलग-अलग टैक्स वसूला जा रहा है। इससे बचने के लिये जीएसटी बिल की भांति शीघ्र ही प्रस्ताव पास किया जाएगा। बिल पास होने के बाद पशुपालकों को सिर्फ एक जगह ही टैक्स देना होगा। उन्होंने बताया कि पुष्कर अथवा अन्य किसी भी पशु मेले में ऊंटों की खरीद-फरोख्त पर किसी भी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं है। उनका प्रयास रहेगा कि अगले पुष्कर मेले में ऊंटों की आवक बढ़े।
राम-राईका मंदिर पहुंचने पर पशुपालन कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का अभिनंदन करते हुए।
पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिये कई योजनाएं शुरू की जाएंगी। पशुओं पशुपालकों के लिये सरकार ने बीमा समेत कई योजनाएं लागू की हैं, लेकिन अभी तक अधिकतर पशुपालक जानकारी नहीं होने के कारण योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। प्रदेश में ऊंटनी की संख्या बढ़ाने के लिये 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की योजना शुरू की गई है।
सोजन्य से :- देनिक भास्कर
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